Monday, 15 August 2011

Indradhanush ke Rang

प्यारे-प्यारे बच्चों आओ
सारे मेरे संग,
 आओ तुमको मैं दिखलाऊँ
इन्द्रधनुष के रंग.

अभी-अभी गरजे थे बादल
और चमकी थी बिजली,
सारी बारिश ख़तम हुवी तो
रेखा टेढ़ी निकली.

धरती से आकाश को जाती,
आशा सी सतरंगी,
बुलू, बैगनी, हरी घास सी
पीली, लाल, नारंगी.

मोर देख उसको जो नांचे,
सारे ख़ुशी मनाएं,
स्कूल में हो जाए बस छुट्टी,
सब हँसते घर जाएं.

Ye Kyaa Kar Rahe Ho?!

 बच्चों के लिए कविताएँ लिख रहा हूँ. अच्छी लगे तो बताइयेगा.

-- राकेश.